"बीजेपी कौन होती है किसी प्रवक्ता को बैन करने वाली? हम डरकर पीछे हट जाएं यह संभव ही नहीं है"
🔖 कंचना यादव
पिछले 2-4 दिनों से जब भी पार्टी मुझे किसी चैनल पर भेजती है, तो चैनल की ओर से फोन आता है कि “मैडम, हम आपको नहीं रख सकते, बीजेपी ने आप पर रोक लगा दी है।”
मेरा सीधा सवाल है, आखिर बीजेपी कौन होती है किसी प्रवक्ता को बैन करने वाली? यह तो हमारी पार्टी का अधिकार है, पार्टी जिसको जहाँ भेजती है वह वहीं जाता है। क्या यह निर्णय बीजेपी और एंकरों की सुविधा के आधार पर होगा?
परसों से पहले ही 3 चैनलों ने मुझे हटा दिया। उसके बाद परसों 2 और चैनलों ने ऐसा ही किया। परसों एक चैनल ने साहस दिखाते हुए कहा “आईए, हम रिस्क लेंगे।” लेकिन जैसे ही मैं शो से जुड़ी, महज़ 10 मिनट के भीतर बीजेपी ऑफिस से चैनल को फोन आने लगा कि मुझे हटाया जाए। जब मुझे नहीं हटाया गया तो बीजेपी ने अपने प्रवक्ता को हटा लिया। कल भी एक चैनल ने शो शुरू होने से सिर्फ 10 मिनट पहले मुझे ड्रॉप कर दिया। एक चैनल ने तो फोन तक नहीं किया।
जिन चैनलों ने मुझे ड्रॉप किया, उन्होंने साफ कहा “हमने बहुत कोशिश की, लेकिन बीजेपी मान ही नहीं रही है।”
अब ज़रूरी है कि समझा जाए यह सब क्यों हो रहा है। सच्चाई यह है कि आरजेडी के सामने इनका नैरेटिव लगातार नाकाम हो रहा है। तथाकथित राजनीतिक विश्लेषक, जो वास्तव में संघी होते हैं, एंकर जो सामान्यत: बीजेपी का ही पक्ष लेते हैं, बीजेपी और एनडीए के अधिकांश प्रवक्ता सब एक ही भाषा बोलते हैं। इसके बावजूद वे आरजेडी की महिला प्रवक्ताओं से घबराए हुए हैं।
असल समस्या यह है कि इन्हें यह कल्पना तक नहीं थी कि पिछड़े और दलित समाज से आई महिलाएँ उनके कुतर्कों का डटकर सामना करेंगी और उन्हें टिकने नहीं देंगी। महिलाओं के प्रति घृणा तो इनकी विचारधारा का हिस्सा है ही।
लेकिन यह लड़ाई ऐसे ही थमने वाली नहीं है। हम डरकर पीछे हट जाएँ यह संभव ही नहीं है।
आरजेडी प्रवक्ता कंचना यादव की इस पोस्ट में X पर आई कुछ प्रतिक्रियाएं:
Dr Darshananand : अब तो समय आ गया है राहुल गांधी के साथ मिलकर सारे टीवी चैनल और हिंदी के अखबारों का समूचे विपक्ष को पूर्ण रूप से 100% विरोध करना चाहिए? और इन गोदी मीडिया वालों को जो गटर मीडिया बन गया है इनकी दुकान जब तक बंद नहीं होगी; तब तक इनके अंदर सुधार नहीं होगा? इनकी दुकान और टीवी चैनल और अखबार बंद करने के लिए समूचे विपक्ष को जमीन पर उतरना पड़ेगा यही एक विकल्प है और आप कोई दूसरा तरीका नहीं बचा है पानी सर से ऊपर निकल चुका है गोदी मीडिया के अत्याचार और गटर मीडिया के अत्याचार बढ़ते चले जा रहे हैं? Inki TV anchor dadagiri Karti Hain!!! यह राक्षस देश की एकता के लिए अखंडता के लिए और संप्रभुता के लिए आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा बन गए हैं? जय हिंद जय भारत
Sachin Tiwari : जैसा की सर्वविदित है की सारे मीडिया चैनलों पर बीजेपी का कब्जा है कई एंकरों से आपत्ति होने पर चैनलों को के मालिकों को चैनल ही बेंचना पडा है ऐसे में मीडिया का स्तर क्या रह गया है सब को पता है ये क्या निकालेगें ? हर विपक्षी पार्टी को चाहिए की इनका बहिष्कार करें और इनकी पोल खोलें !
Vipin Sharma : जिस तरह से भाजपा प्रवक्ताओं का बहिष्कार करती है मुझे लगता है इंडिया गठबंधन के प्रवक्ताओं को भी टीवी चैनलों का पूर्णतया बहिष्कार कर देना चाहिए और अपनी बात जितना हो सके सोशल मीडिया पर रखें और अपने यूट्यूब चैनलों पर रखें
RAVINDRA (रवी): मैं बताता हूं कि ऐसा क्यों हो रहा है, बात ये है कि बीजेपी वाले प्रवक्ता तो आप से कांप हीं रहे हैं क्योंकि उनको आपने इतना बेइज्जत कर दिया है कि वो आपका सामना करने की हिम्मत नहीं कर पा रहे हैं। कंचना यादव जी, दूसरा कारण ये है कि ये एंकर लोग भी आपसे बहस नहीं कर पाते तो कई बार ये लोग झूठ बहाना बता देते हैं कि बीजेपी ऑफिस से फोन आया है कि अप को न रखा जाए।
Dr Pooja Tripathi : सबसे बड़े डरपोक हैं ये ! इन्हें हमेशा एक बोलने वाली, निडर लड़की से डर लगेगा ! यही है इनका पूरा इकोसिस्टम!
Rajkumar Shrimali : फिक्र नहीं करना पुरानी कहावत है हाथी चले बाजार कुत्ते भोक हजार इंडिया गठबंधन के सभी साथियों से कहो इंडिया गठबंधन के प्रवक्ता मोदी मीडिया के जाना बंद कर रहे इन लोगों की अकल ठिकाने आ जाएगी वैसे भी आप लोगों के जाने के बाद भी अहंकार प्रवक्ता विश्लेषण सब भाजपा की बात करते हैं
उर्मिलेश जी ने सही कहाँ है ये जातिवाद का ज़हर बीजेपी प्रवक्ताओं के साथ-साथ एंकरों के नश नश में घुसा हुआ है!! pic.twitter.com/ulBJeQnagr
— PRATEEK (@PRATEEKPARIHA07) September 3, 2025

