हमारी, आपकी, सबकी आवाज

पत्रकारिता के नाम पर रोज नया झूठ परोसने वाले अर्नब गोस्वामी की असलियत का पर्दाफाश हो रहा है

रविकांत ठाकुर

गोबर स्वामी की जब चोरी पकड़ी गई तो वह सनातन धर्म का सहारा ले रहा है, क्या सनातन धर्म आपको चोरी करना सिखाता है, क्या सनातन धर्म चिल्ला चिल्ला कर झूठ बोलना सिखाता है, कब तक तुम सनातन धर्म को बदनाम करोगे गोबर स्वामी? 


क्या तुम्हारा सनातन धर्म यह सिखाता है कि शक्तिशाली सत्ता से सवाल नहीं पूछो जनता के ठुकराए हुए और हारे हुए विपक्ष से दिन-रात सवाल पूछो, जब देश में करोड़ों युवाओं की नौकरी चली गई तब तुम सिर्फ सुशांत की झूठी खबरें 3 महीने तक चलाते रहें क्या यही सनातन धर्म सिखाता है तुम्हें?

 

दरअसल गो बर स्वामी जैसे यह वह लोग हैं जिन्हें सनातन धर्म की समझ तो बिल्कुल नहीं बस हां झूठ को बेचने के लिए और अपने आप को सच्चा साबित करने के लिए यह बार-बार सनातन धर्म को बदनाम जरूर करते हैं, गोबर स्वामी कहता है कि मुझे लाखों लोगों का साथ मिला हुआ है, यह बिल्कुल सही है लेकिन इस देश में है सनातन के नाम पर आसाराम, नित्यानंद, राम रहीम जैसे फर्जी बाबाओं के भी लाखों करोड़ों भक्त रहे तो क्या वह भी सच्चे मान लिए जाए. 


दरअसल जो भी बुद्धिमान लोग हैं या जिन्हें भी कानून, न्याय व्यवस्था की समझ है, उन्हें यह साफ नजर आ रहा था कि यह गोबर स्वामी हर दिन सफेद झूठ बोल रहा है, यह जो बहस करता है वह महा बकवास है, गोबर स्वामी के जो फैन हैं मैं उन्हें गोबर भक्त नहीं कहूंगा क्योंकि कुछ लोग बुरा मान लेते हैं इसलिए उन्हें भोले भाले मूर्ख कहूंगा, क्योंकि उन्हें इसकी  हर बात में सिर्फ सच नजर आता है. 


जो सनातन को समझते हैं उन्हें पता है कि सनातन का मतलब (हिंदू मुस्लिम)नफरत फैलाना नहीं समाज में प्रेम औरभाईचारे का संचार करना है, सनातन का मतलब है वो नियम जो आदि और अनंत तक कभी बदलते नहीं जो हमेशा सत्य साबित होते हैं, और आजकल तो गोबर स्वामी का झूठ का हर दिन पर्दाफाश हो रहा है.